कौन हैं मृदुल तिवारी? पृष्ठभूमि और पहचान यूपी के इटावा से ताल्लुक रखने वाले 24 साल के मृदुल तिवारी एक लोकप्रिय यूट्यूबर और डिजिटल कंटेंट क्रिएटर हैं। उनकी पहचान देसी जीवन के साधारण पलों पर आधारित कॉमेडी से बनी, जिससे उन्हें एक बड़े दर्शक-वर्ग का समर्थन मिला। डिजिटल सफर 2019 में स्कूल लाइफ पर आधारित एक वीडियो वायरल हुआ और इसी ने उनके डिजिटल सफर की शुरुआत की। तब से उनका यूट्यूब चैनल लाखों सब्सक्राइबर्स तक पहुंच चुका है। वर्तमान में उनके चैनल पर करीब 19 मिलियन (1.9 करोड़) सब्सक्राइबर्स हैं। इंस्टाग्राम पर भी उनका बड़ा फैन बेस है, जहाँ उनके चार लाख से ज्यादा (4.7 मिलियन) फॉलोअर्स हैं। अवार्ड्स और सफलता उन्हें 2024 में इन्फ्लूएंसर अवॉर्ड्स’ में बेस्ट कंटेंट क्रिएटर और ग्लोबल ट्रेंडसेटर दोनों सम्मान दिए गए। साथ ही, कुछ रिपोर्ट्स में उनकी सालाना आमदनी करोड़ों में बताई जा रही है, और उनकी कुल संपत्ति (नेटवर्थ) लगभग 7 करोड़ रूपये आंकी गई है। बिग बॉस 19 में एंट्री इस बार बिग बॉस 19 में दर्शकों को दो विकल्प—मृदुल तिवारी और शहनाज गिल के भाई शहबाज बदेशा—में से एक कंटेस्...
🔋 नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र का महत्व भारत सरकार ने 2030 तक 500 GW नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए सौर, पवन, जल और बायोमास जैसे स्रोतों से ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने के लिए कई योजनाएँ बनाई गई हैं। इससे न केवल पर्यावरण को लाभ होगा, बल्कि निवेशकों के लिए भी नए अवसर उत्पन्न होंगे। --- 📊 लंबी अवधि के लिए उपयुक्त नवीकरणीय ऊर्जा कंपनियाँ 1. अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (Adani Green Energy Ltd.) बाजार पूंजीकरण: ₹305,187.62 करोड़ विशेषता: सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं में अग्रणी वृद्धि दर: पिछले वर्षों में उच्चतम CAGR निवेशकों के लिए कारण: अडानी समूह की मजबूत वित्तीय स्थिति और सरकार की नीतियों का समर्थन 2. एनटीपीसी लिमिटेड (NTPC Ltd.) बाजार पूंजीकरण: ₹398,339 करोड़ विशेषता: भारत की सबसे बड़ी विद्युत उत्पादन कंपनी वृद्धि दर: नवीकरणीय ऊर्जा में निरंतर वृद्धि निवेशकों के लिए कारण: स्थिर लाभांश और सरकारी समर्थन 3. टाटा पावर लिमिटेड (Tata Power Ltd.) बाजार पूंजीकरण: ₹1,35,946 करोड़ विशेषता: सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं में सक्रिय वृद्धि दर: पिछले वर्षों में सकारात्...
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(NHAI) ने आगरा-बरेली एक्सप्रेसवे का काम तेज कर दिया है। इस ग्रीन कॉरिडोर के दूसरे चरण का 30% काम पूरा हो चुका है। इस आगरा-बरेली ग्रीन कॉरिडोर प्रोजेक्ट निर्माण कार्य 2027 तक पूरा होने की उम्मीद है । इस ग्रीन कॉरिडोर के पूरा होने पर बरेली आगरा तक का सफर 2.5 घंटे में पूरा हो जाएगा जिसमें अभी 5 से 6 घंटे का समय लग जाता हैं। इस ग्रीन कॉरिडोर के बनने से आगरा के साथ साथ मथुरा को भी फायदा होगा । ये कॉरिडोर मथुरा से हाथरस, कासगंज, बदायूं होते हुए बरेली तक जाएगा। मथुरा से बरेली जाने में अभी 6 से 7 घंटे का समय लग जाता है ये सफर अब 3 से 4 घंटे में पूरा हो जाएगा। मथुरा से हाथरस तक कॉरिडोर का काम पूरा हो चुका है तथा हाथरस से कासगंज का काम पूरी जोरो से चल रहा है । The National Highways Authority of India (NHAI) has expedited the work of Agra-Bareilly Expressway. 30% of the work of the second phase of this green corridor has been completed. The construction work of this Agra-Bareilly Green Corridor Project is expected to be completed by 2027. On com...
Nice information
जवाब देंहटाएं